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बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र — अधिगम/सीखना [SET-5]


बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्रअधिगम/सीखना
Child Development and Pedagogy — Learning

Hello Friends, कैसे हैं आप सब ? I Hope सभी की Study अच्छी चल रही होगी ☺

दोस्तो आप में से कुछ साथियों ने मुझसे CTET और State TET के लिए Child Development and Pedagogy (बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र) के नोट्स की मांग की थी!  तो उसी को ध्यान में रखते हुये आज से हम अपनी बेबसाइट GK-MARKETs पर Child Development and Pedagogy के One Liner Question and Answer के Notes उपलब्ध कराऐंगे , जो आपको सभी तरह के Teaching के Exam जैसे CTET , UPTET , MPTET, Bihar TET, MP Samvida Teacher , HTET , REET आदि व अन्य सभी Exams जिनमें कि Child Development and Pedagogy से सवाल पुछे जाते हैं उन सभी परीक्षाओं के लिए यह बहुत हीं महत्वपूर्ण और उपयोगी साबित होगा।

दोस्तो आज हम Child Development and Pedagogy (बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र) की हमारी इस पोस्ट अन्तर्गत हम आपको अधिगम/सीखना (Learning) से संबंधित Most Important Question and Answer को बताऐंगे ! साथ ही नीचे दिए गए Download Button के माध्यम से आप इसका FREE PDF भी डाउऩलोड कर सकते हैं।

·     विशिष्ट बालक में प्रमुख विशेषता हैसाधारण बालकों से भिन्न गुण एवं व्यवहार वाला बालक

·     प्रतिभाशाली बालक की विशेषता है तर्क, स्मृति, कल्पना आदि मानसिक तत्वों का विकास, उदार एवं हंसमुख प्रवृत्ति के होते हैं। दूसरों का सम्मान करते हैं, चिढ़ाते नहीं हैं।

·     विशिष्ट बालकों की श्रेणी में आते हैं केवल प्रतिभाशाली, पिछड़े, समस्यात्मक ये सभी

·     शारीरिक रूप से अक्षम बालकों को किस श्रेणी में रखते हैं विकलांग

·     प्रतिभाशाली बालक शारीरिक गठन, सामाजिक समायोजन व्यक्तित्व के गुणो, विद्यालय उपलब्धि, खेल की सूचनाओं और रुचियों की विविधतामें औसत बालकों से रेष्ठ होतेहैं।यह कथन हैटर्मन एवं ओडम का

·     पिछड़ा हुआ बालक वह है जो अपने विद्यालयी जीवन में अध्ययन काल के मध्य में अपनी आयु के अनुरूप अपनी कक्षा से नीचे की कक्षा के उस कार्य को कर सके, जो उसकी आयु के बालकों के लिए सामान्य कार्य है।यह कथन है बर्ट का

·     टर्मन के अनुसार प्रतिभाशाली बालक की बुद्धिलब्धि कितने से अधिक होती है – 140

·     जो बालक कक्षा में विशेष योग्यता रखते हैं उनको प्रतिभाशाली कहते हैं।यह कथन है ड्यूवी का

·     चोरी, झूठ क्रोध करने वाला बालक है समस्यात्मक

·     जिस बालक की शैक्षिक लब्धि 85 से कम होती है उसे पिछड़ा बालक कहा जा सकता है।यह कथन है बर्ट का

·     जिस बालक की बुद्धिलब्धि 70 से कम होती है, उसको मन्द बुद्धि बालक कहते हैं।यह कथन हैक्रो एवं क्रो का

·     एक व्यक्ति जिसमें इस प्रकार का शारीरिक दोष होता है जो किसी भी रूप में उसे सामान्य क्रियाओं में भाग लेने से रोकता है या उसे सीमित रखता है, उसको हम विकलांग (शारीरिक न्यूनता से ग्रस्त) कह सकते हैं।यह कथन है क्रो एवं क्रो का

·     प्रतिभाशाली बालक 80 प्रतिशत धैर्य नहीं खोते, 96 प्रतिशत अनुशासित होते हैं तथा 58 प्रतिशत मित्र बनाने की इच्छा रखते हैं।यह कथन है विटी का

·     एक बालक की वास्तविक आयु 12 वर्ष तथा मानसिक आयु 15 वर्ष है तो उसकी बुद्धिलब्धि होगी – 125

·     अधिगम के प्रकार हैंगामक अधिगम

·     प्रारम्भिक कक्षाओं में सीखने की जिन विधियों को महत्व दिया है, वह है करके सीखना

·     हम जो भी नया काम करते हैं उसे आत्मसात कर लेते हैं। यह सम्बन्धित है आत्मीकरण के नियम से

·     जब किसी वस्तु को देखकर या स्पर्श कर ज्ञान प्राप्त किया जाता है तो वह सीखना कहलाता है प्रत्यक्षात्मक सीखना

·     तत्परता के द्वारा हम कार्य सीख लेते हैं शीघ्र

·     अधिगम को प्रभावित करता है, कक्षा का मनोवैज्ञानिक वातावरण

·     मन्द बुद्धि बालकों में अधिगम स्थानान्तरण मन्द गति से होने का कारण माना जाता हैबुद्धि लब्धि एवं स्मृति का अभाव

·     अधिगम स्थानान्तरण के लिए शिक्षक द्वारा छात्रोंको प्रशिक्षण देना चाहिए पृथक रूप से

·     शिक्षक को उचित स्थानान्तरण के लिए सर्वप्रथम जाग्रत करना चाहिए छात्रों के पूर्व ज्ञान को एवं छात्रों के पूर्व अनुभवों को

·     ऋणात्मक स्थानान्तरण को रोकने का उपाय है भ्रमपूर्ण परिस्थितियों पर ध्यान देना

·     व्यक्तित्व के निर्माण का महत्वपूर्ण साधन है सहयोग

·     अधिगम या व्यवहार सिद्धान्त के प्रतिपादक है क्लार्क हल

·     अधिगम की सफलता का मुख्य आधार माना जाता है लक्ष्य प्राप्ति की उत्कृष्ट इच्छा

·     शिक्षा मनोविज्ञान में जिन बालकों के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है, वह है मन्द बुद्धि, पिछड़े हुए, एवं समस्यात्मक

·     अधिगम का मुख्य चालक कहलाता है अभिप्रेरणा

·     समंजन की प्रक्रिया है गतिशीलता

·     अधिगम का मुख्य नियम है तत्परता

·     सीखने का स्थानान्तरण जब सम्भव होता है जब एक कार्य का सीखना अथवा निष्पादन दूसरे कार्य के सीखने अथवा निष्पादन में लाभ या हानि पहुंचाता है। यह कथन है डीज का

·     स्थानान्तरण के लिए प्रमुख रूप से आवश्यक हैस्थायी अधिगम

·     अधिगम स्थानान्तरण के लिए अधिगमकर्ता में योग्यता होनी चाहिएसही स्थिति चयन की

·     स्कूटर चलाने में साइकिल चलाने का पूर्व ज्ञान सहायक सिद्ध होता है। यह उदाहरण हैध्नात्मक स्थानान्तरण का

·     एक छात्र हिन्दी के 6 (सात) के अंक को अंग्रेजी के 6 के अंक के मध्य भ्रमित हो जाता है तथा गणित विषय में अपने जोड़ एवं घटाव गलत कर देता है। यहां किस प्रकार का स्थानान्तरण हैंऋणात्मक स्थानान्तरण

·     पूर्व ज्ञान का प्रयोग जब किसी अधिगम प्रक्रिया में सहायता या बाधा उत्पन्न नहीं करता है। तब माना जाता हैशून्य स्थानान्तरण

·     सीखने की प्रक्रिया के अन्तर्गत स्थानान्तरण मे सहायक तत्व होते हैंप्राप्त विचार, अनुभव, निपुणता

·     निम्नलिखित में कौन-सा सिद्धान्त अधिगम स्थानान्तरण के प्राचीन सिद्धान्त से सम्बन्धित हैमानसिक शक्तियों का सिद्धान्त, औपचारिक मानसिक प्रशिक्षण का सिद्धान्त

·     स्थानान्तरण के समरूप तत्वों के सिद्धान्त के प्रणेता हैथार्नडाइक

·     स्थानान्तरण के सामान्यीकरण के सिद्धान्त के प्रणेता है सी. एच. जड ने

·     आदर्श एवं मूल्यों को अधिगम स्थानान्तरण प्रक्रिया में किस मनोवैज्ञानिक ने महत्व प्रदान किया डब्ल्यू. सी. बागले ने

·     शिक्षक द्वारा बालक को बताया जाता है कि गणित के ज्ञान में विज्ञान के ज्ञान को किस प्रकार उपयोग किया जाता है तो इस क्रिया को माना जाएगा स्थानान्तरण का परीक्षण

·     सफल स्थानान्तरण प्रक्रिया के लिए विद्यालय में शिक्षक को ज्ञान होना चाहिए स्थानान्तरण की प्रक्रिया का

·     सफल स्थानान्तरण के लिए छात्रों को मिलना चाहिएउचित प्रशिक्षण

·     स्थानान्तरण की श्रेष्ठता के लिए छात्रों के लिए आवश्यक है सैद्धान्तिक ज्ञान एवं व्यवहारिक ज्ञान

·     स्थानान्तरण प्रक्रिया की सफलता के लिए आवश्यक है समरूप तत्वों का चयन

·     विज्ञान विषय में अधिगम मे स्थानान्तरण प्रक्रिया के रूप में बालक द्वारा सर्वाधिक किस विषय के ज्ञान का प्रयोग सम्भव है गणित

·     पर्यावरणीय अध्ययन में सामान्य रूप से अधिगम स्थानान्तरण हेतु किन विषयों का प्रयोग सम्भव है विज्ञान एवं समाजशास्त्र, इतिहास एवं नागरिक शास्त्र, भूगोल एवं अर्थशास्त्र

·     अधिगम स्थानान्तरण की प्रक्रिया सर्वाधिक सम्पन्न होती है प्रतिभाशाली बालकों में

·     स्थानान्तरण की प्रक्रिया की आधुनिक विचारधारा से सम्बन्धित मनोवैज्ञानिक है थार्नडाइक एवं बाग्ले

·     अधिगम स्थानान्तरण के लिए आवश्यक है सीखने की उपयुक्त विधियां

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